• वकालतनामा एक ऐसा दस्तावेज है जिसके द्वारा वकील और उसका क्लाइंट आपस में बंध जाते वकालतनामा के जरिए कोई व्यक्ति किसी वकील को नियुक्त करके उसके द्वारा कोर्ट में वाद दाखिल करता है और अपने वाद की पैरवी अपने वकील से कराता है वकालतनामा ही वो एक दस्तावेज है जिसके द्वारा कोर्ट के अंदर कोई व्यक्ति अपना वाद अपने वकील के द्वारा लङता है
• वकालतनामा इस प्रकार का होता है
• वकालतनामा कोर्ट में दाखिल करना आवश्यक होता है यदि
• वकालतनामा की कीमत लगभग ₹250 तक की हो सकती है
• वकालतनामा का एक लाभ यह भी है कि यदि आप कोर्ट में किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो पाए हैं तो आपका केस यानी वाद जो आपने अपने वकील के द्वारा कोर्ट में दाखिल किया था उस पर कोई ऐसी कार्यवाही नहीं होगी जिसके द्वारा आप का केस खारिज हो जाए क्योंकि आपका वकील एक हाजिरी माफी के द्वारा आप की उपस्थिति को माफ करा लेता है
• वकालतनामा का एक लाभ यह भी है कि वकील वकालतनामा के द्वारा केवल एक पक्ष का ही वकील हो सकता है यानी जो वकील आपके पक्ष में लड़ रहा है अब वह आपके दूसरे यानी विपक्ष में नहीं जा सकता और ना ही उससे कोई ऐसा गठबंधन कर सकता है जिसके द्वारा आप का वाद खारिज हो जाए या आपको नुकसान हो सके
• वकालतनामा की समय सीमा क्लाइंट या वकील की मृत्यु तक होती है या मुकदमे की समाप्ति तक होती है
• वकालतनामा पर क्लाइंट यानी पक्षकार और उसके वकील के हस्ताक्षर होते हैं अगर क्लाइंट अनपढ़ है तो उसका अंगूठे का निशान लगाया जाता है
• वकालतनामा सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 के आदेश 3 नियम 4 के अनुसार भरा जाता है
• यदि मुकदमे में पक्षकार एक से अधिक है तो सभी व्यक्तियों के हस्ताक्षर वकालतनामा पे किए जा सकते हैं
• वकालतनामा एक रजिस्टर्ड वकील के द्वारा ही दाखिल किया जाता है
• प्लीडर की नियुक्ति
• कोई भी प्लीडर किसी भी न्यायालय में किसी भी व्यक्ति के लिए कार्य नहीं करेगा जब तक कि उस व्यक्ति के द्वारा ऐसी लिखित दस्तावेज द्वारा इस प्रयोजन के लिए नियुक्त न किया गया जो उस व्यक्ति द्वारा या उसके मान्यता प्राप्त अभिकर्ता द्वारा या ऐसी नियुक्ति करने के लिए मुख्तारनामा द्वारा या उसके अधीन सम्यक रूप से प्राधिकृत किसी अन्य व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षरित हैं
• हर ऐसी नियुक्ति तब तक पृवृत्त समझी जाएगी जब तक वह न्यायालय की इजाजत से ऐसे लेख द्वारा पर्यवसित ने कर दी गई हो जो यथास्थिति मुवक्किल या प्लीडर द्वारा हस्ताक्षरित है और न्यायालय में फाइल कर दिया गया है या जब तक मुवक्किल या वकील की मृत्यु न हो गई हो या जब तक वाद मे की उस मुवक्किल से संबंधित समस्त कार्यवाही का अंत हो गया हो I
• वकालतनामा इस प्रकार का होता है
वकालतनामा Vakalatnama |
आप कोर्ट में कोई वकालतनामा दाखिले नहीं करते हैं तो आप कोर्ट में केस अपने वकील के द्वारा नहीं लड़ सकते
• वकालतनामा की कीमत लगभग ₹250 तक की हो सकती है
• वकालतनामा का एक लाभ यह भी है कि यदि आप कोर्ट में किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो पाए हैं तो आपका केस यानी वाद जो आपने अपने वकील के द्वारा कोर्ट में दाखिल किया था उस पर कोई ऐसी कार्यवाही नहीं होगी जिसके द्वारा आप का केस खारिज हो जाए क्योंकि आपका वकील एक हाजिरी माफी के द्वारा आप की उपस्थिति को माफ करा लेता है
• वकालतनामा का एक लाभ यह भी है कि वकील वकालतनामा के द्वारा केवल एक पक्ष का ही वकील हो सकता है यानी जो वकील आपके पक्ष में लड़ रहा है अब वह आपके दूसरे यानी विपक्ष में नहीं जा सकता और ना ही उससे कोई ऐसा गठबंधन कर सकता है जिसके द्वारा आप का वाद खारिज हो जाए या आपको नुकसान हो सके
• वकालतनामा की समय सीमा क्लाइंट या वकील की मृत्यु तक होती है या मुकदमे की समाप्ति तक होती है
• वकालतनामा पर क्लाइंट यानी पक्षकार और उसके वकील के हस्ताक्षर होते हैं अगर क्लाइंट अनपढ़ है तो उसका अंगूठे का निशान लगाया जाता है
• वकालतनामा सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 के आदेश 3 नियम 4 के अनुसार भरा जाता है
• यदि मुकदमे में पक्षकार एक से अधिक है तो सभी व्यक्तियों के हस्ताक्षर वकालतनामा पे किए जा सकते हैं
• वकालतनामा एक रजिस्टर्ड वकील के द्वारा ही दाखिल किया जाता है
• प्लीडर की नियुक्ति
• कोई भी प्लीडर किसी भी न्यायालय में किसी भी व्यक्ति के लिए कार्य नहीं करेगा जब तक कि उस व्यक्ति के द्वारा ऐसी लिखित दस्तावेज द्वारा इस प्रयोजन के लिए नियुक्त न किया गया जो उस व्यक्ति द्वारा या उसके मान्यता प्राप्त अभिकर्ता द्वारा या ऐसी नियुक्ति करने के लिए मुख्तारनामा द्वारा या उसके अधीन सम्यक रूप से प्राधिकृत किसी अन्य व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षरित हैं
• हर ऐसी नियुक्ति तब तक पृवृत्त समझी जाएगी जब तक वह न्यायालय की इजाजत से ऐसे लेख द्वारा पर्यवसित ने कर दी गई हो जो यथास्थिति मुवक्किल या प्लीडर द्वारा हस्ताक्षरित है और न्यायालय में फाइल कर दिया गया है या जब तक मुवक्किल या वकील की मृत्यु न हो गई हो या जब तक वाद मे की उस मुवक्किल से संबंधित समस्त कार्यवाही का अंत हो गया हो I
Good
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